पीएमएसएसवाई के एक भाग के रूप में एम्स जैसे संस्थानों की स्थापना एक अत्यंत महत्वपूर्ण पहल है। किंतु इसके लिए उसी ढांचे को अपनाया जाएगा जिस पर लगभग 75 वर्ष पहले भोर समिति द्वारा विचार किया गया था। जैव-चिकित्सीय विज्ञानों में बाद में हुई उन्नति होने से उच्च विशेषज्ञता वाले क्षेत्रों में जैव-चिकित्सीय अनुसंधान और स्नातकोत्तर प्रशिक्षण एवं शिक्षा के अतिरिक्त मॉडलों पर विचार करने की आवश्यकता हो सकती है। जैव-चिकित्सीय विज्ञानों में होने वाली उन्नतियों से संस्थानों एवं केंद्रों की स्थापना की आवश्यकता होती है, जिनमें से प्रत्येक संस्थान की विशेष रोग-समूहों या शारीरिक प्रणालियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए विशेष अनुसंधान एजेंडा के साथ स्थापित करना अपेक्षित होता है। निम्नलिखित सूची में वे संस्थान शामिल हैं जो राष्ट्र की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए महत्वपूर्ण होंगे और जिनकी स्थापना 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान की जा सकती है: